पिता व् अन्य छोटी कवितायेँ

  • हर्षिल पाटीदार 'नव'

Abstract

1.पिता 
पेपरवेट भी थे. 
जैसे ही हटे,
हम
कागज के पन्नों-से 
बिखरते चले गए.
Published
2015-07-18