प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों की समस्याओ का तुलनात्मक अध्ययन

  • Karmveer

Abstract

मानव समाज के अभ्युदय से लेकर अब तक के विकास पर दृष्टिपात करे तो हम पायेगें कि व्यक्ति का जीवन इतना जटिल कभी नहीं रहा जितना कि आज है। जन्म के बाद व्यक्ति ज्यों-ज्यों समाज के संपर्क में आता गया है वह अपने को समस्याओं से घिरा पाता गया है। आज के भौतिक युग में जीवन संघर्ष प्राचीन काल की अपेक्षा बहुत अधिक बढ़ गया है। प्रत्येक व्यक्ति का अपना अस्त्तिव बनाए रखने के लिए एक महायुद्ध लड़ना पड़ रहा है।

Published
2022-10-27