हिन्दी साहित्य में सूरदास के जीवन पर श्रीकृष्ण भक्ति का प्रभावात्मक अध्ययन

  • संजीव कुमार पाण्डेय

Abstract

सूरदास जी वात्सल्य रस के सम्राट माने जाते हैं। उन्होंने श्रृंगार और शान्त रसों का भी बड़ा मर्मस्पर्शी वर्णन किया है। महान कवि सूरदास जी के जन्म के बारे में कोई पुख्ता प्रमाण तो नहीं मिलता है। हिन्दी साहित्य में इनके जन्म को लेकर साहित्यकारों के अलग-अलग मत है। हालांकि कई ग्रंथों से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर माना जाता है कि सूरदास जी का जन्म साल 1535 में रुनकता नामक गांव में हुआ था। वहीं आज के समय में यह गांव मथुरा-आगरा मार्ग के किनारे स्थित है। इनके जन्म और स्थान को लेकर एक पद्द के माध्यम से बताया गया है। 

Published
2020-04-17