तेरी ख़ामोशी

  • राजकुमारी देवी

Abstract

तेरी ख़ामोशी...
न जाने कितनी बातें कह जाती है
कुछ अनजानी-सी अदा ये तेरी लगती है
कभी-कभी नज़ारे मिलाना
कभी नजरें मिलकर झुका लेना
कुछ बात कहू तो सुनते रहना
कभी कभी वो तेरा जबाब देना
कुछ बात है जो तू न बताती है
तेरी ख़ामोशी...

Published
2017-07-13