सीढ़ियों पर सिगरेट

  • निर्मल वर्मा

Abstract

यहाँ डेढ़ महीने पहले आया था। बारिश की दुपहर, गहरा अवसन्न धुँधलका, भीतर उतना ही जितना बाहर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की छोटी लाइब्रेरी लेमॉट। उसके आगे एक छोटा सा घास का प्लॉट है, जिस पर हैनरी मूर की ताम्र मूर्ति लेटी है। चारों तरफ़ पत्थर की चौकी है, जिस पर छात्र छात्राएँ आराम करते हैं, जब दिन अच्छा हो और धूप निकली हो। सिगरेट पीने की भी यह थाह है। एक कोना।
एक दूसरा कोना है, लाइब्रेरी के भीतर। भीतर का भीतरी कोना, दो सफ़ेद लकड़ी की कुर्सियाँ, बीच में मेज़, दाईं तरफ़ शीशे की खिड़की, खिड़की के परे पेड़, जिसे मैं हर रोज़ देखता हूं जब यहाँ आता हूँ। पता नहीं, यह कौन सा पेड़ है, जो धीरे धीरे रोज़ झरता है, जैसे हम बुढ़ापे की ओर बढ़ते जाते हैं और उसकी कोई आवाज़ नहीं।
Published
2018-07-20